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आखिरकार क्या वजह रही कि चंदौली पुलिस मुट्टून यादव और रोहितास पाल को न्याय नहीं दिला सकी-पिंटू पाल

क्या वाकई सत्ता के इशारे पर नाच रही है चंदौली पुलिस?, बड़ा आंदोलन की दी चेतावनी, जिला प्रशासन होगा जिम्मेदार 

चंदौली। किसान नेता पिंटू पाल ने योगी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए सवाल किया है कि आखिरकार क्या वजह रही कि पुलिस मुट्टून यादव और रोहितास पाल को न्याय नहीं दिला सकी. क्या वाकई सत्ता के इशारे पर चंदौली पुलिस नाच रही है? क्या'जेकर राज ओही कै दोहाई' या 'मारे बरियरा रोवै न दे', या 'जेकर लाठी ओही कै भैंस' कहावत योगी पुलिस सच में चरितार्थ कर रही है. क्या अब इसी तरह दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यको और आदिवासियों को निशाना बनाकर गोलियों से छलनी किया जाता रहेगा?. क्या इसी तरह सरकार जातीय हिंसा भड़काकर सूबे में उन्माद पैदा करती रहेगी?. लोकतंत्र को तड़पा तड़पा कर कुचलेगी. प्रदेश की जनता अब योगी सरकार से सवाल पूछ रही है. लेकिन जवाब तो ये देंगे नहीं. क्योंकि ये खुद सरकार हैं? जवाब क्यों देंगे.

उन्होंने बताया कि जहां एक तरफ योगी सरकार प्रदेश को उत्तम प्रदेश और अपराध मुक्त बताने, और गुंडे माफियाओ, अपराधियों का सफाया हो गया है. यह कहकर अपने मुंहे मियां मिट्ठू बनने में कत्तई पीछे नहीं हटते हैं. चोरी, हत्या, लूट, बेइमानी, और बलात्कार जैसे मामलों से प्रदेश थर्राया हुआ है. प्रदेश में सैकड़ों हत्याएं आए दिन दिनदहाड़े और खुले में हो रही हैं.

 वह भी केवल निचले पायदान के दबे, कुचले, मजलूमों, पिछड़ों अल्पसंख्यको आदिवासियों और महिलाओं की.कानून का डर अपराधियों में तनिक भी नहीं है. इनके केवल कागजी आंकड़े सूबे में शांति व सामाजिक सद्भाव घोषित करते हैं. जमीनी हकीकत तो यह है कि सब जगह त्राहिमाम- त्राहिमाम मचा हुआ है. अंग्रेजों ने तो भारत में कई सामाजिक कुप्रथाओं को खत्म करने के लिए कानून बनाए. दास प्रथा,कन्या भ्रूण हत्या, और नरबलि जैसी कई कुप्रथाएँ खत्म कर दिया था.

शिक्षा और सरकारी सेवाओं में भेदभाव खत्म करने के काफी प्रयास किए, लेकिन इन्हीं पाखंडियों ने विरोध किया और आज पूरी तरह से तानाशाही के बल पर देश में अराजकता फैलाने पर आमादा हैं. वास्तव में देश फिर से कठपुतलियों के हाथ में चला गया है और यहां के मूलनिवासियों को ये पाखंडी जैसे चाहे वैसे नचा रहे हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि धानापुर थाने के रायपुर निवासी बस संचालक राजकुमार उर्फ मुट्टून यादव को 1मई 2025 को दिनदहाड़े भरे बाजार में गोलियों से छलनी कर दिया गया, लेकिन पुलिस मेन शूटर को अभी तक नहीं पकड़ पाई, मुगलसराय थाने के दवा व्यवसाई रोहितास पाल को 18 नवंबर 2025 को अज्ञात बदमाश द्वारा गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया, घटना की सारी वारदात सीसी कैमरे में कैद होने के बावजूद भी अभी तक मेंन हत्यारा नहीं पकड़ा गया है. 

उन्होंने चेताया कि चंदौली पुलिस मेन अपराधियों को 30दिसंबर तक गिरफ्तार नहीं कर लेती है तो वह किसान यूनियन, व्यापारियों, अनेकों राजनैतिक दलों और आमजन मानस को लेकर अनिश्चित कालीन एक बड़ा आंदोलन करेंगे, जो जिले का सबसे बड़ा आंदोलन का रूप लेगा. आंदोलन की सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

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