पुलिस ही अपराधियों पर रख रहा ईनाम, नामजद होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं
लखनऊ, सटीक संवाद। सूबे के मुखिया के सजातीय अपराधियो के आतंक से प्रदेश के सभी जनपदो के आमजनमानस में खौफ पैदा किया जा रहा है. यहां अपराधी दिनदहाड़े हत्याऐं करके बेखौफ घूम रहे हैं. हत्यारों को पकड़ने में पुलिस प्रशासन ही उनपर ईनाम राशि की घोषणा कर रही हैं इससे यह स्पष्ट साबित हो गया है कि पुलिस के हाथ पाव पूरे तरह से फूल चूके है. ताजा मामला यूपी के जनपद चंदौली से है जहां अनेकों हत्याएं दिनदहाड़े की गई है. नामजद मुकदमा दर्ज करने के बाद भी पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करने में विफल है. अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया कि हम उत्तर प्रदेश सरकार से तंग आ चुके है. ऐसा लगता है यूपी में जंगलराज है. उक्त बातें आसपा जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार ने नेगुरा में मृतक बादशाह खान के परिजनों से संवेदना व्यक्त करने के बाद गुरुवार को कहा
उन्होने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार चंदौली मे राजकुमार यादव ऊर्फ मुटून यादव, खजुरा में तारकेश्वर पासवान, और नेगूरा के बादशाह खान की हुई हत्या एवं घायल कृष्णा पासवान के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दे, पीड़ित परिवारों के एक- एक सदस्य को सरकारी नौकरी और पचास पचास लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करे नहीं तो आसपा ( कांशीराम) और भीम आर्मी इस संबंध में बड़ा आन्दोलन करने को बाध्य होगी.
आसपा (कांशीराम) जिला प्रभारी सिद्धार्थ प्राण बाहु ने कहा कि पूरे प्रदेश में अपराध अपने चरम पर है. आए दिए हत्याएं हो रही है. पुलिस अपराध को रोकने में पूरी तरह से नाकाम है. अपराध मुक्त प्रदेश का दावा करने वाले सूबे के मुखिया बताएं आखिर इतने अपराधी व इतने असलहे कहां से आ रहे हैं? .उन्होंने आगे बहुजन समाज के लोगों को चेताया कि प्रदेश के गुंडों मवालियों से बचने के लिए एवं अपने अस्तित्व और स्वाभिमान की रक्षा के लिए बड़े भाई चंद्रशेखर आजाद के हाथों को मजबूत करना होगा.वहीं अंत में कहा कि आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) और भीम आर्मी की जिला इकाई पीड़ित परिवार के साथ है और जब भी जरूरत पड़ेगी रहेगा.
आसपा और भीम आर्मी के जिला इकाई का नेतृत्व कर रहे तत्वदर्शी सम्यक महाराज ने कहा कि इस सरकार में आम तौर शोषित दलित पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को विशेष कर निशाना बनाया जा रहा है. सरकार फिर से इनपर अमानवीय प्रथाएँ सामाजिक भेदभाव और शोषण की गहरी जड़ों को थोपना चाहती है. जो तथाकथित व्यवस्था की कड़वी सच्चाई को उजागर किया है. उन्होने भगत सिंह की बातो को दोहराते हुए कहा कि वे कहते थे कि सिर्फ अंग्रेजों को हटाना ही काफी नहीं है, समाज का ढांचा बदलना होगा. नहीं तो गोरे अंग्रेज तो चले जाएंगे लेकिन काले अंग्रेज आ जाएंगे. आज बिलकुल यही हुआ है. आज के शासक अंग्रेजों से भी बदतर हैं.
इस दौरान मुस्लिम समाज एवं मौर्य समाज के प्रदेश कोर कमेटी सदस्य उत्तर प्रदेश एवं मंडल प्रभारी भाईचारा कमेटी वाराणसी एड.जावेद इकबाल अंसारी से जिला इकाई ने पीड़ित परिवार से वीडियो कालिंग बात भी कराई.
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