उन्होंने बताया कि रसोइया अपनी मांगों को लेकर प्रधानमन्त्री के नाम से हर साल डाक के माध्यम से रजिस्ट्री करती आ रही हैं. लेकिन केंद्र व राज्य में बैठी गूगी बहरी सरकार केवल नाम की महिला सशक्तिकरण की बात करती है.
बीजेपी केवल टीबी पेपर मीडिया व भाषण में झूठ बोलने में पीएचडी की है. मोदी व योगी आदित्यनाथ जी इसी का पाठ अपने कार्यक्रताओ को पढ़ाते है. विगत दो से तीन साल में उत्तर प्रदेश के विद्यालयों में नविनि करण व कम बच्चे होने का हवाला देकर लगभग दस हजार महिलाओ को हटाया गया है.
जब की इन सरकारों के पास स्टेशन जिला धर्म स्थल बदलने के लिए समय है. लेकिन रसोइया काफी सालों से अपने हक अधिकार के लिए लड़ रही है तो रसोइया के कार्यो नियुक्तियों मे संशोधनों करने के लिए सरकार के पास समय नही है. सन 2010 के शासनादेश में लिखा है कि एक से पचीस बच्चो पर एक रसोइया, छब्बीस से सौ बच्चो पर दो रसोइया, एक सौ एक बच्चो से उपर पर तीन रसोइया रहेंगी लेकिन इस पर सरकार का कोई ध्यान नही है.
सरकारे चाहे सपा या बीoएसoपीo की रही हो रसोइयों के साथ सौतेला व्यवहार की है. रसोइया काम करती हैं बारह माह पर रसोइया को मिलता है दस माह का ही पैसा. वह भी समय से नही मिलता है. इस साल का उस साल कर के हर साल विधवा असहाय महिला रसोईयो का चार से पाच हजार सरकार व विभाग बेईमानी करती आ रही है.
रसोईयो को रखा गया है गरमा गरम बच्चो को खाना बनाने खिलाने के लिए तो सरकार व शिक्षा विभाग रसोईयो से बधुवा मजदूर की तरह काम लेती है. तीस दिन का केवल दो हजार ही देती हैं महिलाओ के नाम से बात बड़ी बड़ी करती हैं.
राष्ट्रीय एमडीएम रसोइया महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जुल्फेकार अली के दिशा निर्देश पर उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश समाजसेवी द्वारा बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है. पूरे प्रदेश के ग्राम प्रधान व हेड मास्टर के मध्यम से फोन कर रशोईयो को सूचना दिया जा रहा है. रसोइया मुख्यमंत्री जनता दरबार में मिल कर वापस आयेगी. प्रदेश अध्यक्ष द्वारा फोन सेंटर का माध्यम बनाया गया है. जो रसोइया जिलाध्यक्ष को जिम्मेदारी दी गई है.
दिनांक चौबीस जून को शाम पाच बजे जनसाधारण एक्सप्रेस पकड़ेगी मुगलसराय व केंट स्टेशन से रसोइयों से अपील किया गया है कि ज्यादे से ज्यादे रसोइया अपने हक अधिकार के लिए विशाल महा धरना प्रदर्शन मे उपस्थित हो. विशेष जनकारी के लिए मो 7348624659 पर संपर्क करे.
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