पीछे हटना स्वभाव में ही नहीं, कहा पांच माह बाद भी जर्जर सड़कों और टूटी पुलिया का निर्माण नहीं, बड़ा आंदोलन की चेतावनी, अधिशाषी अभियंता ने बताया जल्द लगेगा काम
चंदौली, किसान नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को जनपद के दौरे पर रहा. अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग से मिलकर पांच माह पूर्व दिए गए धरने और प्रमुख मांगों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया. चेताया कि 30 दिन के अंदर उनकी सभी मांगे पूरी नहीं हुई तो चंदौली को इतिहास का सबसे बड़ा आंदोलन देखना पड़ेगा. वहीं अधिशाषी अभियंता ने जल्द काम लगने का आश्वासन दिया.
भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन के वाराणसी मंडल युवा अध्यक्ष पिंटू पाल ने बताया कि पूर्व में उनका संगठन तहसील क्षेत्र की विशेष समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया था. जिसके दौरान संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा यह आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया गया था कि वर्षात का समय बीतने के बाद उनकी सभी समस्याओं का निस्तारण कर दिया जाएगा, परन्तु पांच माह बाद भी सभी जर्जर सड़कें और टूटी पुलिया जस की तस हैं. इस पर अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही काम लगाकर कंप्लीट करा दिया जाएगा.
पिंटू पाल ने बताया कि किसान स्वाभिमान की लड़ाई में चट्टान की तरह खड़ा रहता है. पीछे हटना उनके स्वभाव में ही नहीं है. चेताया कि धरहरा अमावल से स्टेशन की जर्जर मार्ग, उकनी वीरम राय से दुदौली स्टेशन तक की जर्जर मार्ग की पक्कीकरण एवं फेसुडा गांव के समीप नईबाजार सैयदराजा मार्ग पर टूटी पुलिया का निर्माण 30 दिन के अंदर नहीं कराया गया तो उनकी क्रांतिकारी आवाज बुलंद होगी और इतिहास का सबसे बड़ा आंदोलन चंदौली देखेगा।
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