मगर बदमाशों पर इनकी नजर पड़ती ही नहीं, अपराधियों की बल्ले बल्ले, बिछाते रहो खौफनाक मंजर, नंगी नाच नचाकर दुनियां कर लो मुट्ठी में, क्योंकि राज अपना है तो दोहाई भी अपनी ही चलेगी न- पिंटू पाल
चंदौली, किसान नेता पिंटू पाल बुधवार को सटीक संवाद के ब्यूरो प्रमुख से मुगलसराय के प्रतिष्ठित दवा कारोबारी रोहितास पाल की हत्या को लेकर प्रेसवार्ता किया. इस दौरान जनपद की पुलिस प्रशासन की कार्य शैली पर गंभीर आरोप लगाया और बताया कि चंदौली के किसी कोने से गांजा, शराब और गौतस्करों का अवैध मॉल लेकर गुजरना मुश्किल है. उनका कारोबार यहां फलने फूलने वाला नहीं है. जनपद में प्रवेश करने पर पकड़ा जाना तय है. आए दिन अवैध गांजा, शराब और गौतस्कर मॉल के साथ पकड़े जा रहे हैं और संगीन धाराओं में जेल भेजे जा रहे हैं. क्योंकि पुलिस इनपर अपनी पैनी नजर जो बिछाए हुए है.
जनपद में केवल बदमाशों की बल्ले बल्ले है:
उन्होंने बताया कि जनपद में केवल बदमाशों की बल्ले बल्ले है. क्योंकि पुलिस की नजर इनपर पड़ती ही नहीं?. अपराधियों अपना खौफनाक मंजर बिछाते रहो. नंगी नाच नचाकर दुनियां मुट्ठी में कर लो, जब राज अपना है तो दोहाई अपनी ही चलेगी न. अब तो 'एससी, एसटी, ओबीसी, पिछड़े और मुस्लिम समुदाय के लाचारों, बेबसों, बेकसूरों, और बेगुनाहों को निशाना बनाना आम बात हो गई है और बिना किसी गुनाह के किसी भी मामले में जेल भेजना इनकी दिनचर्या बन गई है',
कानून व्यवस्था में चंदौली अव्वल:
बताया कि यहां की कानून व्यवस्था कागजों पर खूब चुस्त- दुरुस्त चल रही है, जनपद कई बार टॉप टेन की सूची में अव्वल आ चुका है, भले ही हजारों पीड़ित न्याय की आस में फरियाद लेकर दर- दर भटकते मारे फिर रहे हों, ऑफिसों का चक्कर लगाते लगाते खामोश हो चुके हो, ठोकरें खा- खा कर हाथ पर हाथ धरे हमको न्याय नहीं मिलने वाला है कहकर बैठ गए हों. शोषण पर शोषण सहकर आक्रोशित हो चुके हों. मगर जनसुनवाई की सूची में जनपद अव्वल नंबर पर है तो है,और योगी सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन को प्रशस्ति पत्र पर प्रशस्ति पत्र देकर बधाई देना वाहवाही करना और कंधे पर स्टार पर स्टार बढ़ाना स्वभाव बन गया है. हत्याओं को अंजाम देने वाले असली अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं. कानून व्यवस्था बेपटरी हो गई है. किसी भी मामले में पीड़ित को न्याय नहीं मिलने पर न्याय की आस में धरने पर धरने दे रहे हैं. मीडिया आए दिन उनकी आवाज उठाता है मगर न्याय कहां मिलने वाला है. अब तो आवाज उठाने वाले पत्रकारों को भी मजबूर करने के लिए बेवजह फसाया जा रहा है.
लोकतंत्र घूंट घूंट कर तोड़ रहा दम:
पिंटू पाल ने बताया कि वास्तव में अब लोकतंत्र घूंट घूंट कर दम तोड़ रहा है, और जनपद में अपराधियों का खूब बोलबाला है. अक्सर हत्याएं उसी की हो रही हैं, जो शासन सत्ता की प्रताड़ना के विरूद्ध मुखर हो रहा है या सत्ताधारियों के मुट्ठी में नहीं हैं. विपक्ष पार्टी के खेमा का साथ देना जान और मॉल से हाथ धोना तय. यह बात ताजा मामला मुगलसराय थाना के दवा व्यवसाई रोहितास पाल का मर्डर, धानापुर थाना के सराय निवासी बस संचालक मुट्टुन यादव का दिनदहाड़े मर्डर, सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के नोनार निवासी कपड़ा व्यवसाई 62 वर्षीय ओमप्रकाश मौर्य की लाठी डंडे से पीटकर हत्या, अलीनगर थाना क्षेत्र के धरने निवासी जिम संचालक अरविंद यादव का मर्डर, ऐसे ही जनपद का चारों कोना हत्याओं से खूब ओत प्रोत है.
रोहितास पाल के मर्डर के एक महीने होने वाले हैं:
मुगलसराय के दवा व्यापारी रोहिताश पाल की हत्या हुए 23 दिन हो चुके हैं. बावजूद हत्यारे अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर हैं. क्या राजनीतिक दबाव है. सत्तारूढ़ पार्टी के दबाव के चलते अभी तक हत्यारे का पता नहीं चल सका. इसको लेकर अब व्यापारियों में भय बना हुआ है,कहीं इसी तरह एक करके सबको निशाना तो नहीं बनाया जाएगा, इसको लेकर आक्रोश पनप रहा है.
प्रशासन पर उठ रहे सवाल:
किसान नेता ने बताया कि प्रशासन से सवाल यह उठता जा रहा है कि तथाकथित साजिश कर्ताओं को एन केन प्रकार से अपनी छवि बचाने के लिए जेल भेज दिया गया, उन तथाकथित साजिश कर्ताओं से हत्यारों का पता नहीं लग पाया क्या?. प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि वह किसके दबाव में कार्य नहीं कर पा रही है?. हत्या का पर्दाफाश नहीं कर पा रही. पुलिस का कहना है कि अपराधियों को पकड़ने के लिए 12 पुलिस पार्टी बनाई गई, बावजूद अभी तक किसी भी पुलिस पार्टी को सफलता प्राप्त नहीं हुई. किसी बड़े राजनीतिक साजिश का शिकार तो दवा व्यापारी नहीं हो गया है.
जिला प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए:
जिला प्रशासन को इसको स्पष्ट करना चाहिए. पुलिस के ऊपर लोगों में संदेह बढ़ रहा है, अविश्वास पैदा हो रहा है, अपराध बढ़ रहे हैं, और अपराधों का पर्दाफाश नहीं हो पा रहा है. क्या किसी राजनीतिक दल के प्रभावशाली व्यक्ति का दबाव है? यदि यहां की पुलिस प्रशासन अक्षम है. तब उत्तर प्रदेश सरकार को चाहिए कि दूसरे जनपद के पुलिस से या सीबीआई से इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए.
पीड़ित परिवार से मिलने मंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के नेता तक आए:
इस घटना पर पीड़ित परिवार के पास कई मंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के नेता आये सभी ने कहा कि इसका जल्दी पर्दाफाश होगा. बावजूद अभी तक तथा कथित तीन साजिश कर्ताओं को छोड़कर मेन अभियुक्त का कहीं अता पता नहीं चला. मुख्यमंत्री जी को इसका संज्ञान लेकर उच्च स्तरीय जांच करा कर हत्यारे को सजा दिलाने का काम करना चाहिए. किसी भी निर्दोष को दोषी नहीं बनाना चाहिए. यह तभी संभव है जब उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच हो।
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