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प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में कई गड़बड़ियां आई सामने

कैग की रिपोर्ट ने धांधली को किया उजागर, 34 लाख से ज्यादा युवाओं का पैसा लटका - अजय राय

एआईपीएफ ने पहले ही कौशल विकास मंत्रालय देख रहें चंदौली सांसद व निवर्तमान मंत्री के समक्ष उठाया था सवाल

 चंदौली। केंद्र सरकार की स्किल योजना ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ (PMKVY) में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं. सीएजी की रिपोर्ट में बताया गया कि कहीं बैंक खातों में फर्जी नंबर डाले गए, तो कहीं कई लाभार्थियों के लिए एक ही फोटो इस्तेमाल की गई. इतना ही नहीं, करीब 34 लाख से ज्यादा युवाओं का पैसा अब तक अटका हुआ है और कई ट्रेनिंग सेंटरों पर ताले पड़ गए हैं.

प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना में बहुत धांधली होगी और सरकार प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर केवल वाह - वाही लूटने की कोशिश कर रही हैं और नौजवानों को रोजगार देने की जगह केवल उनको भ्रमित कर रही हैं, अब सरकार ने जो किया हैं वह पहले से ही लग रहा था.

इसलिए निवर्तमान कौशल विकास मंत्रालय देख रहें चंदौली सांसद के समक्ष उठाया था. एआईपीएफ राष्ट्रीय फ्रंट कमेटी सदस्य अजय राय ने बताया लेकिन अब भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ( कैग) ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना पर गंभीर खामियां सामने उठाई हैं. 

रिपोर्ट के अनुसार, 2015 से 2022 के बीच लगभग 1.32 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 94% से अधिक उम्मीदवारों के बैंक खाते में गड़बड़ी पाई गई.इसके अलावा, 34 लाख से अधिक उम्मीदवारों को अभी भी उनके कौशलों के भुगतान का इतंजार है.

कैग ने यह भी पाया कि कई प्रशिक्षण केंद्र बंद होने के बावजूद उन्हें सक्रिय दिखाया गया था, और लाभार्थियों के डेटा में गड़बड़ी थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि योजना के तहत प्रत्येक प्रमाणित उम्मीदवार को 500 रुपये का प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) मिलना था, लेकिन कई लोगों को यह राशि नहीं मिली है।

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