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धानापुर गोली हत्याकांड के 15 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

शरणदाता तो पकड़ा गया पर आरोपी कहां है?, कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल 

चंदौली, सटीक संवाद। जिले के धानापुर थाना क्षेत्र के रायपुर के राजकुमार यादव ऊर्फ मुटून यादव की दिनदहाड़े हुए हत्या के 15 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. शरणदाता को पकड़ कर पुलिस ने तो खूब वाहवाही बटोरी. परंतु वे हत्यारोपित शरणदाता के यहां से कहां चले गए और अब वे कहां रह रहे हैं उन्हें पकड़ने में पुलिस के हाथ पाव फूल चूके है. हत्यारोपितों की जल्द गिरफ्तारी करने की राग अलापने वाली पुलिस घटना के 15 दिन बाद भी हत्यारोपितों को पकड़ने में फिसड्डी साबित हो रही हैं.

फोटो: मृतक राजकुमार यादव ऊर्फ मुटून यादव 

ज्ञातव्य हो कि बीते 01 मई को धानापुर बस स्टैंड के पास दिनदहाड़े राजकुमार यादव ऊर्फ मुटून यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस अधीक्षक ने मृतक के परिजनों द्वारा दिए गए तहरीर के आधार पर थाना धानापुर में मु.अ.सं.53/2025/103(1)/190/191(2)/191(3)/352/61(2) बीएनएस दर्ज कराया है. लेकिन इसमें अभी तक केवल शरणदाता के रूप में शामिल एक व्यक्ति को ही पुलिस गिरफ्तार कर पाई है. हत्यारोपितों को पकड़ने में लगी पांच गठित टीमें भी फिसड्डी साबित हो रही हैं.जिससे कानून व्यवस्था पर अब सवाल उठने लगा है.

इस मामले में शरणदाता के द्वारा हत्यारोपितों की पहचान होने पर पुलिस ने गोपाल सिंह, अभिषेक सिंह और विशाल पासी पर 25000 रूपये के ईनाम की घोषणा कर चुकी है. इसके बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर अब राघवेंद्र प्रताप सिंह पुत्र स्व राममूरत सिंह व अखिलेश सिंह पुत्र राणा सिंह निवासीगण ग्राम शिवपुर थाना भभुआ जनपद भभुआ बिहार की गिरफ्तारी हेतू टीमें लगाई गई है अब इन लोगों पर भी 25000 रूपये का ईनाम घोषित किया गया है.

मृतक का भाई उदय प्रताप यादव ने  कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि हत्यारोपितों की जल्द गिरफ्तारी करने की राग अलापने वाली पुलिस घटना के 15 दिन बाद भी फिसड्डी साबित हो रही हैं.जो पुलिस की बहुत बड़ी नाकामी है. जनपद में एक ही दिन में दो जगहों धानापुर और खजूरा में गोली हत्याकांड हुआ था. हत्यारोपितों के नामजद होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली पड़े हैं. 

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