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डेढ़ साल से चिकित्सक विहीन पड़ा राजकीय पशु चिकित्सालय

झोला छाप डाक्टरों का सहारा लेने को मजबूर पशुपालक, पशुओं के इलाज में जा रही गाढ़ी कमाई 

चंदौली, सटीक संवाद। जिले के सकलडीहा विकास खण्ड अंतर्गत डेढगावां में कई दशकों से बना राजकीय पशु चिकित्सालय पिछले डेढ़ साल से चिकित्सक विहीन पड़ा है. क्षेत्र के दर्जन भर गावों के पशुपालक उचित इलाज न मिलने के कारण मजबूरन झोलाछाप चिकित्सकों का सहारा ले रहे हैं. जिसमें उनकी गाढ़ी कमाई चली जा रही है. 

फोटो: राजकीय पशु चिकित्सालय डेढ़गांवा पर मौजूद किसान नेता पिंटू पाल की ज़ुबानी 

इस संबंध में भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन के वाराणसी युवा मण्डल अध्यक्ष पिंटू पाल ने बताया कि उक्त समस्या को लेकर वह ब्लॉक के अधिकारियों ,जनप्रतिधियों और जिलाधिकारी से मिलकर पत्रक और मौखिक रूप से कई बार अवगत कराया है लेकिन अभी तक केवल आश्वासन ही मिलता रहा है.

फोटो: मुख्य पशु चिकित्साधिकारी चंदौली को पत्रक देते हुए किसान नेता 

 निजी तौर पर यहां के लिए अभी तक कोई चिकित्सक नियुक्त नहीं किए गए. जल्द ही चिकित्सक की तैनाती की मांग की. उन्होनें आगे कहा कि डेढगावां राजकीय पशु चिकित्सालय पर लगभग दर्जन भर से अधिक पशुपालक पशुओं को दवा कराने को लेकर रोज आते हैं लेकिन चिकित्सक के नहीं मिलने पर वह औधे मुंह वापस लौट जाते है. जल्द चिकित्सक नियुक्त नहीं किए गए तो वह बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

इस बाबत सटीक संवाद के पत्रकार का मुख्य पशु चिकित्साधिकारी योगेश कुशवाहा ने कॉल रिसीव नहीं किया।

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