चंदौली, सटीक संवाद। जिले के विकास खण्ड नौगढ अन्तर्गत बोदलपुर में संत शिरोमणि रविदास जी की मूर्ति को गुरूवार की देर रात शरारती तत्वों ने टुकड़े टुकड़े कर अलग अलग जगहों पर फेंक दिया. सुबह जब ग्रामीणों ने देखा तो आग बबूला हो गए. सूचना मिलते ही आजाद समाज पार्टी एवं भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया. नौगढ एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर दो दिन के अंदर नई मूर्ति लगवाने का आश्वासन देकर मामला शान्त कराया.
भीम आर्मी जिला संरक्षक रामचंद्र राम
ने कहा कि एक तरफ सत्ता में बैठे लोग
वोट की राजनीति करने के लिए सन्त रविदास और डॉ. आंबेडकर को पूजते है और वहीं दूसरे तरफ उनके ही लोग हमारे संतो महापुरुषों की मूर्तियो को क्षतिग्रस्त कर उन्हें अपमानित कर रहे हैं और पुलिस प्रशासन उनको पकड़ने में
नाकाम हो रही है या कहें उनको ऐसे करने के लिए उकसाया जा रहा ओर सत्ता द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है.
भीम आर्मी जिला उपाध्यक्ष अवधेश कुमार भारती ने कहा कि भारत में आखिर संत रविदास की मूर्तियों को तोड़ने के पीछे क्या कारण हैं? संत रविदास जी दलित समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा थे, क्या इसलिए?,संत रविदास के संदेश एक चुनौती पूर्ण थे, क्या इसलिए?. रविदास जी जातिगत भेदभाव के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे, क्या इसलिए?, भारत में जातिगत भेदभाव अभी भी एक गंभीर समस्या है, और कुछ लोग संत रविदास की मूर्तियों को तोड़कर दलित समुदाय के खिलाफ अपनी नफरत दिखाते हैं.अपनी कट्टरता को प्रदर्शित करके धार्मिक हिंसा भड़काते है. सामाजिक अशांति पैदा करने की कोशिश करते हैं.
इस दौरान श्याम सुंदर, मुरारी कुमार, दूधनाथ, संदीप कुमार, दर्शन गांधी, वंशराज, जगनारायण यादव, राजनाथ व सैकड़ों ग्रामीण लोग मौजूद रहे।
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